धोखाधड़ी : कालाबाजारी में वांछित कोटेदार को दरोगा ने किया बरी डीएम के फर्जी हस्ताक्षर से हुआ आरोप मुक्त

धोखाधड़ी : कालाबाजारी में वांछित कोटेदार को दरोगा ने किया बरी डीएम के फर्जी हस्ताक्षर से हुआ आरोप मुक्त


खेल में शामिल गुरबक्शगंज थानाध्यक्ष, तत्कालीन संयुक्त निदेशक व प्रशासनिक अधिकारी के खिलाफ हुई शिकायत
*हाईकोर्ट ने प्रमुख सचिव को किया तलब मचा हड़कंप डीएम ने सीओ व एसडीएम को मिली जांच*
*सलोन कोतवाली क्षेत्र के बिसइया गांव का है भ्रष्टाचारी पूर्व कोटेदार, अभियोजन भी था संलिप्त*
मंडल ब्यूरो चीफ अनुभव शुक्ला लखनऊ
सलोन/ रायबरेली। ,,झूंठ बना सिरमौर यहां पर सच्चे का मुंह काला है,, यह दो लाइन कि पंक्तियां यहां पर बिल्कुल सही चरितार्थ साबित हो रही हैं एक नटवर लाल भ्रष्टाचारी पूर्व कोटेदार की करतूतों में सरकारी पटलों पर बैठे कुछ साहब इस कदर जहमत उठा लिए की सही को गलत साबित किए और उस गलत को मनवाने के लिए कोई और नहीं जिले की तत्कालीन डीएम माला श्रीवास्तव के भी फर्जी हस्ताक्षर का धोखाधड़ी से सहारा लिया गया। और पाप धुल कर फाइल दीवानी न्यायालय भेज दी गई। कई महीने यह मामला दबा रहा किंतु जब सच्चाई खुल कर सामने आई तो जिले में हड़कंप मच गया। हम आपको बताते हैं सिलसिले वार पूरा मामला जिले के सलोन कोतवाली क्षेत्र स्थित बिसइया गांव से जुड़ा हुआ है जहां के तत्कालीन राशन माफिया व भ्रष्ट कोटेदार राय साहब सिंह के खिलाफ माह सितंबर 2020 में बिसइया गांव के ग्रामीणों ने राशन वितरण में घोर अनियमितता कि शिकायत कि थी जिसकी जांच में सलोन ब्लाक के तत्कालीन आपूर्ति निरीक्षक विवेक कुमार मौके पर पहुंचे। जहां राशन वितरण में अनियमितता को लेकर दर्जनों ग्रामीणों ने बयान दर्ज कराया उसी बीच स्टाक की जांच करने पर पता चला कि कई कुंतल राशन की भ्रष्ट कोटेदार राय साहब ने कालाबाजारी कर लिया था। जिस पर तत्कालीन आपूर्ति निरीक्षक विवेक कुमार ने सलोन थाना में राशन की कालाबाजारी का मुकदमा दर्ज करवा दिया अब यहां से भ्रष्टाचार व सांठ-गांठ का खेल शुरू हुआ। तत्कालीन सूची चौकी इंचार्ज व वर्तमान समय में गुरबक्शगंज थानाध्यक्ष प्रवीर गौतम को विवेचना मिली जिसमें यदि ग्रामीणों की मानें तो बयान के नाम पर उनसे सादे कागज पर हस्ताक्षर करवाकर मामले में फाइनल रिपोर्ट संयुक्त निदेशक अभियोजन को भेज दिया जहां नटवरलाल भ्रष्ट कोटेदार की सांठ-गांठ के मुरीद संयुक्त निदेशक ने भी फाइल डीएम के पास भेज दी जहां पर तत्कालीन डीएम माला श्रीवास्तव के छुट्टी पर होने के दौरान तत्कालीन प्रशासनिक अधिकारी बाल जी विद्यार्थी ने डीएम माला श्रीवास्तव के फर्जी हस्ताक्षर कर फाइल रिपोर्ट की फाइल को थाना वापस भेज दिया जहां से लेकर एसआई प्रवीर गौतम ने दीवानी न्यायालय में फाइनल रिपोर्ट की फाइल दाखिल कर दी जिसका फायदा उठाकर भ्रष्टाचारी कोटेदार राय साहब सिंह अपनी दुकान की बहाली कराने की मांग को लेकर हाईकोर्ट उच्च न्यायालय को गुमराह कर मामले में स्थगन आदेश पारित करवा लिया इधर जानकारी होने पर वादी व तत्कालीन आपूर्ति निरीक्षक विवेक कुमार ने भी दीवानी न्यायालय में पुनर्विवेचना की मांग कर लिया वहीं हाईकोर्ट उच्च न्यायालय खंड पीठ लखनऊ के संज्ञान में पूरा मामला पहुचंते न्यायालय ने प्रमुख सचिव को तलब कर लिया जिसको प्रमुख सचिव ने जब संज्ञान लिया तो मामले में रंग आया और जिले में हड़कंप मच गया तेजतर्रार डीएम हर्षिता माथुर ने शनिवार को पूरे मामले की जांच ऊंचाहार के न्यायिक मजिस्ट्रेट व सलोन सीओ वंदना सिंह को सौंप कर दो दिन के अंदर फर्जी हस्ताक्षर सहित संलिप्त कर्मचारियों सहित पूरे मामले की जांच आख्या मांगी है। इसी बीच बिसइया गांव के रवि सिंह, दीपेंद्र सिंह, हनुमंत सिंह सहित कई ग्रामीणों ने विभिन्न स्तरों पर शिकायती पत्र देकर पूरे मामले की विधिवत जांच के बाद दोषियों के खिलाफ प्रभावी कार्यवाही की मांग की है। विदित हो की सलोन ब्लाक क्षेत्र स्थित बिसइया गांव के ये वही पूर्व कोटेदार राय साहब सिंह हैं जिनका विवादों से पुराना नाता रहा है इससे पहले एक ट्रैक्टर सरकारी राशन सहित ग्रामीणों ने दबोचा था जिसमें सांठ-गांठ से बरी हुए इस प्रकरण में भी जांच करने आये तत्कालीन उपजिलाधिकारी सुभाष यादव से भी राय साहब सिंह व उनके गुर्गों ने हाथापाई किया था जिसको लेकर काफी हंगामा हुआ था हलांकी रसूख के चलते एसडीएम सुभाष यादव भी भ्रष्टाचारी व रसूख दार कोटेदार राय साहब सिंह पर कार्यवाही करने में असफल रहे। अब देखना यह है की जिले स्तर के अधिकारी इस गम्भीर धोखाधड़ी के मामले में क्या कार्यवाही करते हैं यह तो आने वाला समय ही बताएगा।
*मामले से डीएसओ ने भी कराया अवगत अवलोकन कर जल्द सौंपीं जायेगी रिपोर्ट – सीओ वंदना सिंह*
वहीं इस बाबत सलोन सर्किल क्षेत्र की तेजतर्रार सीओ वंदना सिंह ने बताया की मामले की जांच मुझे सौंपी गई है जिलापूर्ति अधिकारी ने भी अवगत कराया है इस पूरे मामले की विधिवत गहनता से मेरे द्वारा जांच की जायेगी जल्द ही विस्तृत जांच आख्या उच्चाधिकारियों को सौंपी जायेगी।