सफाई कर्मचारियों को सलोन नगर पंचायत के जिम्मेदारों ने बनाया बाबू जमकर काट रहे मलाई नौसिखिया बाबू कारनामों के चलते ही हाल में अभिलेख हुए थे गायब कार्यशैली पर उठ रहे सवाल

सफाई कर्मचारियों को सलोन नगर पंचायत के जिम्मेदारों ने बनाया बाबू जमकर काट रहे मलाई


नौसिखिया बाबू कारनामों के चलते ही हाल में अभिलेख हुए थे गायब कार्यशैली पर उठ रहे सवाल
ब्यूरो चीफ अनुभव शुक्ला रायबरेली
रायबरेली। जिले की नौ नगर पंचायतों व एक नगर पालिका के अध्यक्ष निर्वाचित हुए अभी कुछ ही माह पूरे हुए हैं की निर्वाचित नगर पंचायत अध्यक्षों की संरक्षण में कुछ नगर पंचायतों में भ्रष्टाचार को अमली जामा पहनाये जाने का खेल शुरू हो चुका है जिले की सलोन एक ऐसी नगर पंचायत जहां चेहरे बदलते हैं किंतु कारनामे पूर्व के नगर पंचायत अध्यक्षों से भी बदतर होते जा रहे हैं विदित हो की अभी हाल ही में सलोन नगर पंचायत की आलमारी से संदिग्ध परिस्थितियों में पुराने अभिलेख गायब हो गए थे उस मामले पर जिम्मेदार पर्दा डालने में सफल हो गए अब एक और कारनामें सलोन नगर पंचायत के जिम्मेदारों के सामने आये हैं विदित हो की राजेंद्र यादव और अमरेश मौर्या नाम के दो कर्मचारियों की नियुक्ति सलोन नगर पंचायत में सफाई कर्मचारी के पद पर है इन दोनों सफाई कर्मचारियों को उपस्थित रजिस्टर पर भी हाजिरी नगर पंचायत क्षेत्र में सफाई के लिए लगती है किंतु मजे की बात तो यह है की नगर पंचायत के जिम्मेदारों की सरपरस्ती के चलते दोनों कर्मचारी सलोन नगर पंचायत में बाबू का कार्यभार संभाल कर मलाई काट रहे हैं नगर पंचायत के कार्यों में इन दोनों नौसिखिया बाबुओं के दखल होने की चर्चाओं का बाजार गर्म है चर्चा यह भी है की नगर पंचायत में चोरी हुए अभिलेखों में इन दोनों सफाई कर्मचारी से बाबू बनाये गये जय वीरू की जोड़ी की लापरवाही साफ तौर पर उजागर हुई थी किंतु इन्हें भला कोई कुछ कैसे कह सकता है कथित ईमानदारी का चोला ओढ़े चेयरमैन साहब मेहरबान हैं तो चेला पहलवान हैं नगर पंचायत के अन्य कर्मचारियों के साथ आखिर ये सौतेला व्यवहार क्यूं किया जा रहा है यह एक सबसे बड़ा यक्ष प्रश्न बना हुआ है।