
लूटकांड : एसपी “आलोक” ने “लोक” ली जिले की पुलिस के हांथ से निकल रही लूटकांड के खुलासे की बाजी


*जब एसपी आलोक प्रियदर्शी ने कार्यालय छोड़ लालगंज थाना में डाला डेरा तब मिली सफलता*
*सर्राफा व्यवसाई के 65 लाख रुपए के लूट कांड के खुलासे के करीब पहुंची पुलिस धर-पकड़ जारी*
*आईजी व राज्य मंत्री की भी थी लूटकांड पर नजर यूपी एसटीएफ को भी सौंपी गई थी कमान*
मंडल ब्यूरो चीफ अनुभव शुक्ला लखनऊ
लालगंज / रायबरेली। (उपभोक्ता खबर) लुटेरों का शातिराना अंदाज जनपद के पुलिस कर्मियों के लुटेरों के आगे पस्त पड़े हौसले को भांपते ही नये तेवर व नये कलेवर में तेजतर्रार आईपीएस व एसपी आलोक प्रियदर्शी जनपद मुख्यालय छोंड लालगंज थाना में ही डेरा जमा दिया और यूपी एसटीएफ को खुलासे की वाहवाही मिलने से पहले ही एसपी आलोक प्रियदर्शी ने अपनी कुशल कार्यशैली का परिचय देते हुए हारी हुई बाजी को जीत कर लखनऊ मुख्यालय तक के आला अफसरों के निगाह में जनपद के पुलिस की नाक बचाने में सफल हुए एसपी आलोक प्रियदर्शी एक बार फिर से जिले के सबसे बड़े रहस्यमई लूटकांड के घटना से पर्दा उठाने में सफल होने के क़रीब पहुंच चुके हैं हालांकि अभी भी पुलिस की धर-पकड़ जारी है बड़े स्तर पर घटना के खुलासे का अनुमान लगाया जा रहा है। विदित हो की चार दिन पूर्व हुई 65 लाख रुपये के सोने के जेवरातों की लूट की घटना को लेकर लखनऊ से चलकर आये आईजी रेंज तरुण गाबा ने पुलिस महकमे को जल्द खुलासा करने का सख्त निर्देश जारी कर दिया था हालांकि पचासों घंटे उलझने के बाद मामले में पुलिस ने मुख्य साजिशकर्ता के गिरेबान में आखिर हांथ डाल ही दिया यदि विश्वस्थ सूत्रों की मानें तो पुलिस ने लुटेरों को दबोच लिया है। लुटेरों के पास से आधा किलो के लगभग सोना भी बरामद हो गया है। मुख्य आरोपी पम्मू सोनी लूटकांड के शिकार गोलू सोनी के मामा का लड़का है। उसने ही बाहर से बदमाशों को बुलाकर लूट कराई थी। यदि जानकारों की मानें तो वह इसके अलावा भी कई लूट कांडों में शामिल रहा है। शातिर लुटेरों का साथी पम्मू सोनी मुख्य रूप से हसवा फतेहपुर का रहने वाला है, लेकिन अपने जीजा सुनील सोनी के यहां बाईपास में रहकर सर्राफा व्यवसाय का काम मंडी में ही करता है। पम्मू सोनी पहले से ही जरायम की दुनिया में सिक्का जमा चुका था उसका परिवार भी अपराधी किस्म का है। वह मर्डर के केस में जेल भी जा चुका है। बताया जा रहा है कि पकड़े जाने के पूर्व पम्मू सोनी, लूटकांड के पीड़ित गोलू सोनी के साथ हर वक्त चिपका रहता था और वारदात का खुलासा न होने पर बाजार बंद कराने की भी धमकी देता था। वास्तव में पुलिस को पहले ही किसी रिश्तेदार व परिजन के लूट कांड में शामिल होने का शक था। यदि विश्वस्थ सूत्रों की मानें तो पुलिस ने जब गोलू सोनी के रिश्तेदारों और परिजनों की हिस्ट्री तलाशी तो उसमें पम्मू सोनी हिस्ट्रीशीटर निकला। बीती गुरुवार को जब अपर पुलिस अधीक्षक गोलू सोनी और पम्मू सोनी को बुलाकर पूछताछ कर रहे थे तभी पुलिस को उसके ऊपर शक हो गया और पुलिस ने उसे हिरासत में ले लिया। और थोड़ी ही देर में पुलिसिया ढंग से जब उससे पूछताछ हुई तो उसने सारा जुर्म कबूल लिया। पम्मू सोनी के लूटकांड की वारदात में शामिल होने के कबूलनामे के बाद पुलिस महकमें में खुशी की लहर दौड़ गई। पुलिसकर्मी रातभर उसकी निशानदेही पर लूट कांड का सोना बरामद करने में लगी रही।
*जेवरात खरीदने वाले कई सुनारों को पुलिस ने उठाया माल हुआ बरामद*
यदि विश्वस्थ सूत्रों की मानें तो आधी रात में ही पुलिस ने लालगंज सर्राफा मंडी में जिन-जिन सुनारों के यहां पम्मू सोनी ने माल बेचा था उनको भी धर लिया और उनके यहां से लूट कांड का सोना भी बरामद किया। लालगंज कस्बे के सराफा मंडी के दुकानदारों ने ही लूट कांड का सोना खरीदा था जिसमें मुख्य रूप से अनिल, शिव सोनी, विष्णु सोनी, सुनील चौधरी, संजय सोनार आदि शामिल हैं।
*राज्य मंत्री ने पहले पुलिस को लगाई थी फटकार खुलासे की भनक लगते ही पुलिस की थपथपाई पीठ*
सूबे के राज्य मंत्री व जनपद के एमएलसी दिनेश प्रताप सिंह भी इस विभत्स वारदात को लेकर गम्भीर दिखे बताते चलें कि गुरुवार को स्वतंत्र प्रभार राज्य मंत्री दिनेश प्रताप सिंह ने पीड़ित गोलू सोनी के घर लालगंज पहुंच कर जहां उसे सांत्वना दी थी वहीं पुलिस को बुलाकर फटकार लगाते हुए जल्द से जल्द खुलासा किए जाने का निर्देश दिया था। राज्य मंत्री की फटकार रंग लाई और पुलिस ने मुख्य आरोपी को शुक्रवार को दबोच लेने के चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया जिसके बाद सोशल मीडिया पर तेजी से राज्य मंत्री दिनेश सिंह का एक पत्र वायरल हुआ जिसमें राज्यमंत्री दिनेश सिंह ने रायबरेली पुलिस की जमकर पीठ थपथपाई हलांकी पुलिस महकमा के आला अफसर अभी चुप्पी साधे हुए हैं।