कब होगा मोहल्ला परा का पानी का समस्या का समाधान मां काली शमशान भूमि तालाब में हुई तब्दील

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कब होगा मोहल्ला परा का पानी का समस्या का समाधान मां काली शमशान भूमि तालाब में हुई तब्दील

 

रिपोर्ट, गौरव पांडे

 

नगर पालिका की लापरवाही आई सामने

फरीदपुर बरेली। (उपभोक्ता खबर) नगर के मोहल्ला परा जय मां काली शमशान भूमि बरसों से जल भराव की समस्या से जूझ रही है। नगर पालिका प्रशासन से लेकर क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों के भी संज्ञान में सारी समस्या होने के बाद भी समय रहते इसके समाधान के कोई ठोस उपाय नहीं किए गए हैं जिसके कारण लोगों को दशमा संस्कार, शबो के अंतिम संस्कार करने के लिए जल भराव से होकर गुजरना पड़ता है। शमशान भूमि में तालाब का पानी भर जाने से भयंकर गंदगी जमा हो गई है जिस कारण लोगों को वर्षों से परेशानीया उठानी पड़ रही है अनेकों बार इस समस्या को मीडिया द्वारा भी उठाया जा चुका है। नगर पालिका के सभासदों व मोहल्ले वासियों ने अनेको बार इस समस्या को पालिका के समक्ष उठाया मगर फिर भी कोई ध्यान नहीं दिया गया। 3 दिन से लगातार हो रही बारिश के कारण तालाब जानमग्न हो गया है अब तालाब का पानी शमशान भूमि के अंदर प्रवेश कर गया है पूरे शमशान भूमि के ग्राउंड में कई कई फिट पानी भरा हुआ नजर आ रहा है। बुधवार को मोहल्ला परा साईं बाबा मंदिर की तरफ से एक सब यात्रा अंतिम संस्कार के लिए शमशान भूमि पहुंची शव यात्रा में शामिल लोग शमशान भूमि में हुए जल भराव में से ही गुजर कर अंत्येष्टि स्थल पर पहुंचे व मुश्किल परिजनो ने अपने शब का अंतिम संस्कार किया। शव यात्रा में शामिल सैकड़ो की संख्या में लोगों ने शमशान भूमि में हुए जल भराव की पालिका प्रशासन की लापरवाही की कड़े शब्दों में निंदा की। शमशान भूमि में जल भराव के कारण लाखों रुपए खर्च कर बनाई गई बाउंड्री वॉल भी एक तरफ की गिर चुकी है। तालाब की तरफ बनी बाउंड्री बाल भी गिरने के कगार पर है। नगर में पानी के निकास की समुचित व्यवस्था न होने तालाब का पटान हो जाने के कारण बरसों से नगर वासी जल भराव की समस्या से जूझ रहे हैं।। राजस्व विभाग के अभिलेखों में मोहल्ला परा का तालाब खतौनी में 32 बीघा दर्ज है लेकिन राजस्व विभाग के नक्शे में इसका रकवा काफी कम दर्शाया गया है। इसीलिए इसकी पैमाइश पूर्ण रूप से नहीं हो पाती है। और भूमाफियाओं ने इसी का फायदा उठाते हुए अवैध रूप से तालाब का पटान कर उस पर कब्जा कर लिया है। यदि तालाब के नक्शे का दुरस्ती कारण कराकर पैमाइश कराई जाए तभी तालाब के अस्तित्व को बचाया जा सकता है।। पालिका प्रशासन ने नगर की जल निकासी को लेकर करोड़ों रुपए नाला निर्माण पर खर्च कर दिए मगर समस्या ज्यो की त्यों बनी हुई है। हर वर्ष बरसात के मौसम में नगर में जल भराव की समस्या उत्पन्न हो जाती है मगर नगर पालिका एवं तहसील प्रशासन में दर्शक बना बैठा रहता है।

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