लाखों रुपए के घोटाले में गई प्रधानी: पीलीभीत में ग्राम गोंछ की प्रधान पर डीएम ने की कार्रवाई

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लाखों रुपए के घोटाले में गई प्रधानी: पीलीभीत में ग्राम गोंछ की प्रधान पर डीएम ने की कार्रवाई

 

डीएम ने ग्राम पंचायत गोंछ की प्रधान वंदना शर्मा के अधिकार सीज कर दिए हैं। साथ ही पद भी रिक्त कर दिया है। डीएम ने प्रधान और सचिव सहित अन्य कर्मियों से सरकारी धन की वसूली करने के निर्देश भी जारी किए हैं।

पीलीभीत/धर्मपाल सिंह, उपभोक्ता खबर।

पीलीभीत में विकास कार्य कराने की आड़ में ललौरीखेड़ा ब्लॉक के गांव गोंछ में प्रधान ने बड़ा खेल कर दिया। सरकारी धन का दुरुपयोग कर बजट को ठिकाने लगा दिया। जांच में पांच लाख रुपये का गबन पाया गया। डीएम ने प्रधान के अधिकार सीज कर दिए हैं। साथ ही पद भी रिक्त कर दिया है। इसके लिए पंचस्थानी निर्वाचन कार्यालय को डीपीआरओ की ओर से पत्र भेजा गया है।

विकासखंड ललौरीखेड़ा की ग्राम पंचायत गोंछ के रहने वाले अनूप कुमार, राजेंद्र सिंह, श्यामलाल आदि ने करीब एक साल पहले शपथ पत्र देकर गांव में किए जा रहे भ्रष्टाचार और सरकारी धन के घपलेबाजी को लेकर शिकायत की थी। शिकायत में कहा गया था कि गांव में सरकारी नलों का फर्जी तरीके से रिबोर कराया गया है।

नेडा से सोलर लाइटिंग को नहीं खरीदा गया, बल्कि घटिया किस्म की लाइटों को खरीदा गया। इसका प्राइवेट कंपनी को भुगतान भी कर दिया गया। ग्रामीणों ने अन्य कई आरोप भी लगाए थे। ग्रामीणों के आरोप पर जांच के लिए डीएम के निर्देश पर जिला कार्यक्रम अधिकारी और अवर अभियंता ग्रामीण अभियंत्रण को नामित किया था।

टीम ने गांव जाकर स्थलीय निरीक्षण किया और ग्रामीणों की बैठक का आरोपों को लेकर बयान लिए। जांच के दौरान ग्राम पंचायत में विकास कार्यों के नाम पर 5.23 लाख रुपये के सरकारी धन का दुरुपयोग होने की पुष्टि करते हुए रिपोर्ट सौंपी गई। जांच रिपोर्ट मिलने के बाद प्रधान सहित सचिव को नोटिस जारी किया गया, लेकिन इसमें कोई संतोषजनक जवाब नहीं आया।

इस पर जिलाधिकारी प्रवीण कुमार लक्षकार ने गांव में प्रधान के अधिकारों को सीज कर दिया। अब जिलाधिकारी ने ग्राम पंचायत में प्रधान का पद रिक्त करने के आदेश जारी किए हैं। इससे गोंछ की ग्राम प्रधान वंदना वर्मा की प्रधानी चली गई है। डीएम ने प्रधान और सचिव सहित अन्य कर्मियों से सरकारी धन की वसूली करने के निर्देश भी जारी किए हैं।

पूरे प्रकरण की जांच के बाद जहां वंदना वर्मा को प्रधान पद से हाथ धोना पड़ा है, तो वहीं इस मामले में गांव के सचिव भगवान स्वरूप, रोजगार सेवक ओमकार, तकनीकी सहायक मोहम्मद कयूम, लघु सिंचाई विभाग के अवर अभियंता नदीम मलिक के विरुद्ध भी विभागीय कार्रवाई के निर्देश जारी किए गए है।

वहीं कार्रवाई को लेकर प्रधान वंदना वर्मा का कहना है कि इसको लेकर उन्होंने कोर्ट से आदेश कराया था। इसमें कहा गया था कि मामले की दोबारा से जांच कराई जाए। इसकी जानकारी देने के बाद भी उनकी एक न सुनी गई। यह एकतरफा कार्रवाई है।

 

जिला पंचायत राज अधिकारी वाचस्पति झा ने कहा कि जांच में ग्राम पंचायत गोंछ की प्रधान वंदना वर्मा को पद मुक्त करते हुए गांव में प्रधान का पद रिक्त कर दिया गया। अब शासन स्तर से होने वाले निर्णय के बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल मामले में प्रधान, सचिव से रिकवरी कराई जा रही

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