गरीबों के लाखों का राशन हड़पने वाली निलंबित कोटेदार स्वस्थ फिर भी एक माह बेड रेस्ट की मांग रही मोहलत*

*गरीबों के लाखों का राशन हड़पने वाली निलंबित कोटेदार स्वस्थ फिर भी एक माह बेड रेस्ट की मांग रही मोहलत*


*निरस्तीकरण की कार्यवाही से बचने के लिए विभिन्न प्रकार का रच रही कानूनी षड्यंत्र*
*बेटी की इज्जत भी दांव पर लगाया 63 कुंतल खाद्यान्न घोटाला पकड़ने वाले टीम पर लगा रही बलात्कार का आरोप*
मंडल ब्यूरो चीफ अनुभव शुक्ला लखनऊ
सलोन/ रायबरेली । जिले के सलोन कोतवाली क्षेत्र एक गांव की पूर्व में दो बार निरस्त भ्रष्टाचारी महिला कोटेदार के कानूनी मायाजाल से लाखों रुपए का 63 कुंतल खाद्यान्न घोटाला पकड़ने वाली टीम को भी नाकों चने चबाने पढ़ रहे हैं जी हां यह माजरा सलोन कोतवाली क्षेत्र के मटका गांव का है जहां की पूर्व में दो बार निरस्त व निलंबित भ्रष्ट कोटेदार शिवकांती गरीबों के पेट पर लात मारकर वर्षों से प्रतिमाह कमाई करती चली आ रही थी भ्रष्ट कोटेदार शिवकांती को जब आपूर्ति विभाग व राजस्व की संयुक्त टीम ने ग्रामीणों की शिकायत पर धर दबोचा तो यह बात 2011 व 2021 में निरस्त कोटेदार शिवकांती पत्नी अवधेश कुमार को नागवार गुजरी! विद्यालय , आंगनबाड़ी केंद्र सहित कार्डधारकों के यूनिट काटने घटतौली सहित पीओएस मशीन पर अंगूठा लगवाकर राशन ना देने की पुष्टि होते ही डीएम के निर्देश पर सरकारी राशन की दुकान निलंबित कर आवश्यक वस्तु अधिनियम 3/7 के तहत मुकदमा दर्ज करवा दिया गया जिसके बाद से अधिकारिक कार्यवाही से झल्लाई पूर्व निरस्त व निलंबित कोटेदार शिवकांती ने अपनी अविवाहित बेटी का सहारा लिया और घपला पकड़ने वाली खाद्य एवं रसद विभाग की टीम पर छेड़खानी व लूट सहित कई गम्भीर आरोप लगाये हाईकोर्ट में अक्टूबर माह में एफआईआर खत्म कराने गुजारिश की जिस पर उच्च न्यायालय खंड पीठ लखनऊ ने दुत्कार लगाकर वाद खारिज कर दिया जिसके बाद अक्टूबर माह में ही बेटी से छेड़खानी का वाद हाइकोर्ट में ही योजित कराया 6 अक्टूबर को बेटी को भी दुत्कार मिली जिसके बाद पुनः लाइसेंस पर स्थगन आदेश के लिए हाईकोर्ट गई जहां 13 अक्टूबर को हुई सुनवाई में हाइकोर्ट ने झूठे तथ्यों को ना मानकर सच्चाई सम्बन्धित विभाग से जानने का फरमान सुनाया इतना सब करने में भ्रष्ट व निलंबित कोटेदार शिवकांती स्वस्थ रही किंतु लाखों रुपए का गबन राशन का जवाब देने में अस्वस्थ्य हो गई जबकी शादी विवाह से लेकर खेडी बाड़ी व घर का काम बसूबी से निलंबित कोटेदार शिवकांती देख रही है किंतु राशन घोटाले से बचने के लिए एक माह का बेड रेस्ट का मेडिकल लगाकर तहसील से लेकर जिले तक के अधिकारियों को चकमा दे रही है अब यहां सवाल उठता है की हाइकोर्ट में दस से बीस पन्नों में झूठे तथ्यों को रखकर गुमराह करने की कोशिश करने वाली निलंबित कोटेदार एक पन्ने में लाखों रुपए का सरकारी खाद्यान्न घोटाले का कारण बताने में मेडिकल का सहारा कब तक लिये रहेगी यह एक सबसे बड़ी अबूझ पहेली बनी हुई है।हलांकी जिले के अधिकारियों ने बताया की यदि स्थित है तो जहां से मेडिकल बनाया गया है उस अस्पताल की विधिवत जांच कराई जाएगी और निलंबित कोटेदार शिवकांती का सरकारी डाक्टरों द्वारा स्वास्थ्य परीक्षण कराया जायेगा यदि निलंबित कोटेदार शिवकांती स्वस्थ्य पाई जाती है तो मेडिकल बनाने वाले डाक्टर पर कार्यवाही व निलंबित कोटेदार शिवकांती पर प्रशासन को गुमराह करने का भी मुकदमा दर्ज कराया जायेगा।